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Delhi Metro स्टेशनों पर नई सुविधा होगी उपलब्ध, किसी भी परेशानी में हों तो तुरंत QR कोड स्कैन करें

Delhi Metro: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान में गिरावट शुरू हो चुकी है और मंगलवार को इस महीने का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। साथ ही, वायु गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 198 रिकॉर्ड किया गया, जिससे वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से सुधरकर ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई है। पिछले दो दिनों से दिल्ली की हवा ‘खराब’ श्रेणी में थी, लेकिन मंगलवार को इसका AQI 207 था, जो शाम चार बजे घटकर 198 पर आ गया।

मेट्रो स्टेशनों पर नई सुविधा

दिल्ली मेट्रो अपने यात्रियों के लिए लगातार सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठा रही है। अब, मेट्रो स्टेशनों पर एक नई सुविधा पेश की गई है जिससे यात्रियों को सुरक्षा और सुविधा में काफी मदद मिलेगी। दिल्ली मेट्रो ने एक नई व्यवस्था के तहत मेट्रो स्टेशनों पर QR कोड स्कैन करने की सुविधा शुरू की है, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को तुरंत सहायता मिल सकेगी।

Delhi Metro स्टेशनों पर नई सुविधा होगी उपलब्ध, किसी भी परेशानी में हों तो तुरंत QR कोड स्कैन करें

दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर लगाए गए ये QR कोड यात्री सुरक्षा और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े होंगे। यदि कोई व्यक्ति किसी परेशानी या आपात स्थिति में फंसता है, तो वह मेट्रो स्टेशन पर मौजूद QR कोड को स्कैन करके सीधे सुरक्षा सेवाओं से जुड़ सकता है। इसके जरिए यात्री तुरंत मदद प्राप्त कर सकेंगे और अधिकारियों को सूचित कर सकेंगे।

QR कोड स्कैन करते ही यात्री की जानकारी मेट्रो अधिकारियों के पास पहुंच जाएगी, और सुरक्षा सेवाएं तुरंत हरकत में आ जाएंगी। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि मेट्रो के अंदर और स्टेशन परिसर में यात्रियों की सुरक्षा हर समय बनी रहे।

आज का मौसम कैसा रहेगा?

मौसम के लिहाज से, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई है। अधिकतम तापमान लगभग 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इस बदलाव से दिल्ली में सर्दियों की दस्तक महसूस की जा सकती है।

वायु गुणवत्ता के अनुसार, AQI के मापदंडों में 0 से 50 तक का AQI ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार देखा गया, जिससे दिल्ली की हवा अब ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई है।

GRAP-1 लागू, इन पर लगाया गया प्रतिबंध

दिल्ली की बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए मंगलवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के पहले चरण को लागू कर दिया गया है। विशेष रूप से सर्दियों में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस योजना का उद्देश्य निर्माण स्थलों पर धूल को नियंत्रित करना, कचरे के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करना और सड़कों की नियमित सफाई के माध्यम से प्रदूषण को कम करना है।

GRAP के पहले चरण के तहत सख्त जांच की जाएगी कि प्रदूषण फैलाने वाले वाहन सड़कों पर न चलें। इसके साथ ही, उद्योगों, पावर प्लांट्स और ईंट भट्टों में उत्सर्जन नियंत्रण पर भी कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

GRAP-1 के तहत लगे प्रतिबंध:

  1. 500 वर्ग मीटर से अधिक के निजी निर्माण और ध्वस्तीकरण परियोजनाओं पर प्रतिबंध
    बड़े निर्माण स्थलों पर उड़ती हुई धूल प्रदूषण का मुख्य कारण बनती है। इसे नियंत्रित करने के लिए 500 वर्ग मीटर से अधिक के निजी निर्माण और ध्वस्तीकरण परियोजनाओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
  2. दिल्ली से 300 किमी के दायरे में स्थित प्रदूषण फैलाने वाले औद्योगिक इकाइयों और ताप बिजली संयंत्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
    दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में मौजूद औद्योगिक इकाइयां और बिजली संयंत्र प्रदूषण का बड़ा स्रोत हैं। इनके द्वारा उत्सर्जित धूल और जहरीली गैसें दिल्ली की हवा को दूषित करती हैं।
  3. पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध
    सर्दियों के समय में पटाखों के कारण हवा की गुणवत्ता और खराब हो जाती है। इसलिए, पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है।
  4. 10 से 15 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर प्रतिबंध
    पुराने वाहनों से होने वाला प्रदूषण अत्यधिक खतरनाक होता है। 10 से 15 साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के चलने पर भी पाबंदी लगाई गई है, ताकि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
  5. खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध
    कचरा जलाने से हानिकारक धुएं का उत्सर्जन होता है जो वायु प्रदूषण का मुख्य कारण होता है। इस पर रोक लगाने के लिए खुले में कचरा जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।

दिल्ली सरकार का उद्देश्य

दिल्ली सरकार के ये प्रयास प्रदूषण पर नियंत्रण पाने और आम जनता को स्वच्छ हवा मुहैया कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण के खिलाफ इस लड़ाई को गंभीरता से लिया है और लगातार सुधार की दिशा में काम कर रहे हैं।

मेट्रो स्टेशनों पर QR कोड की सुविधा शुरू करने से भी यात्री सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है। यात्रियों के लिए यह सुविधा न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि मेट्रो यात्राओं को और अधिक सुरक्षित बनाएगी।

क्या कह रहे हैं यात्री?

मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों ने इस नई सुविधा का स्वागत किया है। कई यात्रियों का कहना है कि यह सुविधा उनकी सुरक्षा के लिए अत्यधिक उपयोगी साबित होगी, खासकर जब वे किसी आपातकालीन स्थिति का सामना कर रहे हों। QR कोड स्कैनिंग से मेट्रो प्रशासन तक उनकी समस्या तुरंत पहुंच जाएगी, जिससे अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का अवसर मिलेगा।

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